मैट्रिक और इंटर कम्पार्टमेंटल व विशेष परीक्षा में बड़ा बदलाव आया है, जो लाखों विद्यार्थियों को सीधे तौर पर प्रभावित करेगा। यह नया नियम परीक्षा प्रणाली को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से लागू किया गया है। शिक्षा बोर्ड ने छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस नियम में आवश्यक संशोधन किए हैं, ताकि परीक्षा प्रक्रिया में सुधार हो और छात्रों को बेहतर अवसर मिल सकें।
इस बदलाव से परीक्षा की तैयारी, मूल्यांकन और परिणाम प्रक्रिया में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिलेंगे। छात्रों और अभिभावकों को इस नए नियम को अच्छी तरह समझना बेहद जरूरी है, ताकि वे समय पर सही दिशा में तैयारी कर सकें। नीचे दिए गए विवरण में हम आपको इस बदलाव से जुड़ी हर जरूरी जानकारी पेश करेंगे।
मैट्रिक और इंटर की कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा कल से शुरू होगी।
पहले दिन, 2 मई को, पहली पाली में सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के परीक्षार्थियों के लिए हिंदी विषय की परीक्षा आयोजित की जाएगी। दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक विज्ञान संकाय के परीक्षार्थियों के लिए जीव विज्ञान, कला संकाय के लिए इतिहास, और वोकेशनल संकाय के परीक्षार्थियों के लिए अंग्रेजी विषय की परीक्षा होगी।
इंटर की विशेष परीक्षा में 52,390 परीक्षार्थी होंगे शामिल।
वहीं, मैट्रिक की विशेष परीक्षा में 7,621 और कंपार्टमेंटल परीक्षा में 54,652 परीक्षार्थी भाग लेंगे। इस प्रकार कुल 62,273 परीक्षार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरे हैं। इसके लिए 141 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। 2 मई को पहली पाली में सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक मातृभाषा के अंतर्गत हिंदी, बांग्ला, उर्दू और मैथिली विषय की परीक्षा होगी। दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक द्वितीय भारतीय भाषा के अंतर्गत संस्कृत, हिंदी, अरबी और फारसी विषय की परीक्षा आयोजित की जाएगी।
परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पर परीक्षा से एक घंटा पहले पहुंचें।
मैट्रिक और इंटर की कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा 2 मई से शुरू हो रही है। जिले में इंटर की परीक्षा के लिए पाँच केंद्र और मैट्रिक की परीक्षा के लिए छह केंद्र बनाए गए हैं। दोनों परीक्षाओं में कुल मिलाकर साढ़े छह हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने निर्देश दिए हैं कि परीक्षार्थी कम से कम एक घंटा पहले परीक्षा केंद्र पहुंच जाएं ताकि वे समय पर प्रवेश प्राप्त कर सकें।
बोर्ड ने कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा को लेकर जारी किए निर्देश –
परीक्षा केंद्र का मुख्य द्वार परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले बंद कर दिया जाएगा। पहली पाली में प्रवेश 8:30 बजे से शुरू होगा और 9:00 बजे मुख्य द्वार बंद कर दिया जाएगा। दूसरी पाली में प्रवेश 1:00 बजे से शुरू होगा और 1:30 बजे द्वार बंद कर दिया जाएगा। बिहार बोर्ड ने साफ निर्देश दिया है कि देर से आने वाले परीक्षार्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
जिले में 2 मई से इंटर के पाँच और मैट्रिक के छह परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं।
अगर कोई परीक्षार्थी जबरदस्ती प्रवेश करने की कोशिश करेगा, तो उसे दो वर्षों के लिए परीक्षा से निष्कासित किया जाएगा और उसके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी। साथ ही, परीक्षा में उसे बैठाने वाले केंद्र अधीक्षक और अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों के विरुद्ध निलंबन और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा के लिए 350 निरीक्षक तैनात किए गए हैं।
एडमिट कार्ड गुम होने या भूल जाने पर भी परीक्षा से वंचित नहीं होंगे छात्र।
यदि किसी छात्र का एडमिट कार्ड गुम हो जाए या वह भूलकर घर पर छोड़ आए, तो भी उसे परीक्षा में शामिल होने से नहीं रोका जाएगा। उपस्थिति पत्रक पर स्कैन की गई फोटो से पहचान करके और रोल नंबर सीट से सत्यापन कराकर परीक्षार्थी को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी।
पहले दिन, 2 मई को, मैट्रिक की विशेष और कंपार्टमेंटल परीक्षा में मातृभाषा का पेपर होगा। इंटर के पहले दिन पहली पाली में विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के परीक्षार्थियों के लिए हिंदी विषय की परीक्षा होगी। दूसरी पाली में विज्ञान संकाय के लिए जीव विज्ञान, कला संकाय के लिए इतिहास, और वोकेशनल संकाय के लिए अंग्रेजी विषय की परीक्षा आयोजित की जाएगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) दिए गए हैं
मैट्रिक और इंटर की कंपार्टमेंटल व विशेष परीक्षा कब से शुरू हो रही है?
ये परीक्षाएं 2 मई से शुरू होंगी।
पहली परीक्षा की पाली में कौन-कौन से विषयों की परीक्षा होगी?
पहली पाली में सुबह 9:30 बजे से 12:45 बजे तक विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के लिए हिंदी विषय की परीक्षा होगी। इसके अलावा मैट्रिक में मातृभाषा के अंतर्गत हिंदी, बांग्ला, उर्दू और मैथिली की परीक्षा होगी।
परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी को कब पहुंचना होगा?
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पर कम से कम एक घंटा पहले पहुंचें ताकि समय पर प्रवेश मिल सके।
अगर किसी परीक्षार्थी का एडमिट कार्ड गुम हो जाए तो क्या होगा?
एडमिट कार्ड गुम या भूल जाने पर भी परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो सकता है। उसकी पहचान उपस्थिति पत्रक की फोटो और रोल नंबर से की जाएगी।
देर से आने वाले परीक्षार्थियों के लिए क्या नियम हैं?
देर से आने वाले परीक्षार्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा और जो जबरदस्ती प्रवेश करने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, जिसमें दो साल तक परीक्षा से निष्कासन और प्राथमिकी दर्ज करना शामिल है।
निष्कर्ष
मैट्रिक और इंटर कंपार्टमेंटल व विशेष परीक्षाओं में लागू नए नियम परीक्षार्थियों के लिए एक सशक्त और सुव्यवस्थित परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित करेंगे। परीक्षा केंद्र पर समय से पहुंचना अनिवार्य होगा, देर से आने वाले छात्रों को प्रवेश नहीं मिलेगा, और एडमिट कार्ड न होने की स्थिति में भी पहचान के आधार पर परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी। ये बदलाव परीक्षा व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और अनुशासित बनाने के लिए किए गए हैं, जिससे छात्रों को परीक्षा देने में आसानी और सुरक्षा दोनों मिलेगी। इसलिए सभी परीक्षार्थियों को इन नए नियमों का कड़ाई से पालन करना आवश्यक है ताकि वे बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक परीक्षा दे सकें।